How to Get the Lowest-Interest in Education Loan in India (2025)

2025 में education loan India की मांग तेजी से बढ़ी है क्योंकि छात्र न केवल देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में बल्कि विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ में भी दाखिला पाना चाहते हैं। हालांकि बढ़ती ट्यूशन फीस, हॉस्टल चार्ज, किताबों और वीज़ा खर्च ने आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है। ऐसे समय में low-interest student loan पाना सबसे बड़ी आवश्यकता बन जाती है ताकि आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें, बजाए ब्याज बोझ झेलने के।

एजुकेशन लोन क्या है

एजुकेशन लोन एक वित्तीय सुविधा है जो बैंक या NBFC छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए प्रदान करते हैं। यह लोन tuition fees, हॉस्टल खर्च, लैपटॉप, किताबें, यात्रा और वीज़ा फीस जैसे विविध खर्चों को कवर करता है। विदेश अध्ययन के लिए Student Loan India आमतौर पर ₹20 लाख से ₹1.5 करोड़ तक मिलता है।

लोन लेने के बाद कोर्स अवधि के अलावा 6 से 12 महीने का मोरेटोरियम होता है, जिसके बाद loan EMI calculator के अनुसार EMI चुकानी शुरू होती है। इस अवधि में आपको नौकरी ढूंढ़ने और आर्थिक रूप से स्थिर होने का समय मिल जाता है।

क्यों चुनें low-interest student loan

ब्याज दर आपकी कुल चुकौती पर सबसे बड़ा असर डालती है। अगर आप interest rate में सिर्फ एक प्रतिशत की कमी पा लेते हैं, तो लोन की अवधि में लाखों रुपये बच सकते हैं। उदाहरण के तौर पर 10 लाख के लोन पर 9 प्रतिशत ब्याज दर से 10 साल में लगभग ₹5.8 लाख ब्याज देना होता है, वहीं 12 प्रतिशत दर पर ब्याज ₹7.2 लाख तक पहुंच जाता है। इस तरह education loan India के माध्यम से सही योजना से आप ₹1.4 लाख बचा सकते हैं।

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कैसे करें education loan India की तुलना

सबसे पहले अलग-अलग बैंकों और NBFCs की ब्याज दरों का अध्ययन करें। Student Loan India की तुलना करने के लिए Vidya Lakshmi Portal, बैंक की आधिकारिक वेबसाइट और Paisabazaar जैसे प्लेटफ़ॉर्म उपयोगी हैं।

सरकारी क्षेत्र के बैंक जैसे SBI या Bank of Baroda अक्सर निजी बैंकों से कम ब्याज दर पर लोन देते हैं। 2025 के प्रमुख बैंक और उनकी शुरुआती दरें इस प्रकार हैं:

  • SBI Scholar Loan पर ब्याज दर 8.30 प्रतिशत से शुरू
  • Bank of Baroda Prime Loan पर 8.55 प्रतिशत से शुरू
  • Canara Bank एजुकेशन लोन पर 8.70 प्रतिशत से शुरू

इन योजनाओं में से चुनते समय यह देखें कि कोर्स टाइप, यूनिवर्सिटी रैंकिंग, को-आवेदक की प्रोफ़ाइल और लोन राशि कैसे प्रभावित कर रही हैं।

सरकारी योजनाओं का लाभ

सरकार ने education loan India को सस्ता बनाने के लिए कुछ सब्सिडी योजनाएं शुरू की हैं।
Central Sector Interest Subsidy Scheme (CSIS) के तहत EWS वर्ग के छात्रों को मोरेटोरियम अवधि तक 100 प्रतिशत ब्याज माफ मिलता है।
डॉ. अंबेडकर केंद्रीय योजना OBC एवं EBC वर्ग के विदेश अध्ययन करने वाले छात्रों को ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है।

इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए पारिवारिक वार्षिक आय ₹4.5 लाख से ₹6 लाख तक होनी चाहिए। इससे आपका low-interest student loan और भी किफायती बन जाएगा।

सह-आवेदक की भूमिका

बैंक education loan India में सह-आवेदक के क्रेडिट प्रोफ़ाइल पर खास ध्यान देते हैं। अगर आपका सह-आवेदक स्थिर नौकरी या व्यवसाय में हो और CIBIL स्कोर 700 प्लस हो तो ब्याज दरों में अतिरिक्त छूट मिल सकती है। साथ ही अगर सह-आवेदक उस बैंक का ग्राहक भी हो तो आप loan EMI calculator में और भी कम EMI देख सकते हैं।

क्रेडिट स्कोर का महत्व

आपका CIBIL स्कोर low-interest student loan हासिल करते समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्कोर जितना बेहतर होगा, ब्याज दर उतनी ही कम मिलेगी। इसलिए लोन लेने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर को 700 से ऊपर बनाए रखने की कोशिश करें।

loan EMI calculator का उपयोग

लोन लेने से पहले loan EMI calculator का इस्तेमाल करके विभिन्न ब्याज दरों, लोन राशि और अवधि के आधार पर EMI का सटीक अनुमान लगाएं। इससे आप अपनी मासिक बजट योजना बेहतर बना पाएंगे और cost of attendance का संतुलन कर सकेंगे।

अन्य सुझाव

सबसे पहले अपने कोर्स और विश्वविद्यालय के ROI on Education Loan को ध्यान में रखें। जहाँ से अच्छी प्लेसमेंट संभावनाएँ हों, वही चयन करें। प्रोसेसिंग फीस, प्रीपेमेंट चार्ज और बीमा प्रीमियम जैसी छिपी लागतों पर भी नजर रखें ताकि Effective Loan Cost अधिक न बढ़ जाए।

आवेदन के समय सभी दस्तावेज जैसे प्रवेश पत्र, मार्कशीट, वीज़ा और सह-आवेदक के आईडी एवं आय प्रमाण एकत्रित रखें। कोर्स शुरू होने से कम से कम दो महीने पहले आवेदन कर दें ताकि लोन समय पर स्वीकृत हो जाए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1: क्या बिना कोलैटरल एजुकेशन लोन मिल सकता है
उत्तर: हाँ, ₹7.5 लाख तक बिना गिरवी के लोन मिल सकता है। टॉप सरकारी संस्थानों के लिए यह सीमा ₹40 लाख तक होती है।

प्रश्न 2: EMI कब शुरू होती है
उत्तर: कोर्स की अवधि समाप्त होने के बाद 6 से 12 महीने की मोरेटोरियम अवधि के पश्चात EMI भुगतान शुरू होती है।

प्रश्न 3: क्या महिला छात्रों को ब्याज में छूट मिलती है
उत्तर: कई बैंक महिला छात्रों को 0.50 प्रतिशत तक ब्याज दर में छूट देते हैं जिससे उनका low-interest student loan और भी किफायती बनता है।

प्रश्न 4: loan EMI calculator का फायदाः
उत्तर: यह टूल विभिन्न योजनाओं का तुलनात्मक EMI प्रदान करता है जिससे आपकी education loan India योजना स्पष्ट होती है और बजट प्रबंधन आसान हो जाता है।

प्रश्न 5: प्रीपेमेन्ट पेनल्टी रहती है
उत्तर: अधिकांश बैंक बिना किसी शुल्क के समय से पहले लोन चुकाने की सुविधा देते हैं। कुछ बैंक मामूली पेनल्टी भी वसूल सकते हैं, इसलिए शर्तें ध्यान से पढ़ें।

सही रणनीति और अच्छी जानकारी के साथ आप 2025 में सबसे सस्ते ब्याज दर पर एजुकेशन लोन प्राप्त कर सकते हैं और अपने शैक्षणिक सपनों को साकार कर सकते हैं।

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